बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस: यह बात तो बिल्कुल सच है कि भविष्य में पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियां खत्म हो जाएंगी और उनकी जगह बिजली से चलने वाली गाड़ियां ले लेंगी।
तो इसी चीज को ध्यान में रखते हुए ज्यादातर लोगों के मन में यही ख्याल आता है कि,
हां !!! अभी तो पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियों के लिए पेट्रोल पंप उपलब्ध है। तो भविष्य में अगर बिजली से चलने वाली गाड़ियां आएंगी तो उनके लिए चार्जिंग स्टेशन होना चाहिए।
बस !!!
लेकिन यह जो चार्जिंग स्टेशन का बिजनेस है इसमें लोगों को कुछ परेशानियां होती है। जैसे गाड़ियों को चार्ज करने के लिए काफी ज्यादा समय लगता है, बहुत से लोग गाड़ियों को चार्ज में लगाकर छोड़ कर चले जाते हैं आदि।
तो इन्हीं सब परेशानियों को नजर में रखते हुए बिजली से चलने वाली गाड़ियों के लिए एक और बिजनेस सामने आया है जिसका नाम है बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस।
तो आज के इस लेख में हम इसी बैटरी शॉपिंग के बिजनेस के बारे में विस्तार से जानेंगे। छोटी से लेकर बड़ी, सारी बातें। चलिए शुरू करते हैं।
बैटरी स्वैपिंग क्या है | Battery Swapping Kya Hai
बैटरी स्वॅपिंग या बैटरी स्विचिंग का मतलब होता है एक डिस्चार्ज बैटरी ( इस्तेमाल की हुई बैटरी ) को पूरी तरह से चार्ज की हुए बैटरी से बदलना।
आसान शब्दों में बिना चार्ज वाली बैटरी को चार्ज की हुई बैटरी से बदल लेने को ही बैटरी स्वैपिंग कहते हैं।
मान लीजिए कि आप एक इलेक्ट्रिक स्कूटी चलाते हो, और आपने एक चार्ज बैटरी को अपनी गाड़ी में लगाया और पूरे दिन चलाया, फिर जब आपके उसे बैटरी की चार्ज खत्म हो गई,
तो आपने उसे बैटरी शॉपिंग सेंटर में जाकर एक पूरी तरह से चार्ज बैटरी के साथ बदल लिया। तो इसे ही बैटरी बैटरी कहते हैं।
बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी क्या है
ये पॉलिसी 2 – 3 Wheeler की इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बैटरी स्वैपिंग अपनाने के लिए मदद करती है।
बैटरी स्वॅपिंग पॉलिसी के तहत इलेक्ट्रिक गाड़ी चलाने वाले लोगों को जगह जगह बैटरी स्वैपिंग सेंटर मिलेंगे। जिससे उन्हें कोई ज्यादा तकलीफ नहीं होगी।
बैटरी स्वैपिंग के फायदे | Battery Swapping Ke Fayede
- लोगों को बैटरी चार्ज करने के लिए ज्यादा समय तक रुकना नहीं पड़ता।
- एक ही बैटरी कई दूसरी गाड़ियों में भी लग सकती है।
बैटरी स्वैपिंग और चार्जिंग में क्या अंतर है | Battery Swapping Vs Charging
बैटरी स्वैपिंग और चार्जिंग दोनो ही इलेक्ट्रिक गाड़ियों को पावर प्रदान करने के तरीके है। जो एक दूसरे से बिलकुल ही अलग होते है।
Battery Swapping ( बैटरी स्वैपिंग ): ये एक ऐसा तरीका है जिसमे डिस्चार्ज यानी खाली बैटरी को एक पूरी तरह से चार्ज बैटरी के साथ बदला जाता है।
Charging ( चार्जिग ): इस तरीके में EV ( इलेक्ट्रिक गाड़ियों ) को बिजली की मदद से चार्ज किया जाता है। इसमें काफी समय लगता है।
बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस कैसे शुरू करे | How To Start Battery Swapping Business In Hindi
बैटरी स्मार्ट ( Battery Smart ) नामी कंपनी की सहायता से आप इन 2 तरीकों से बैटरी शॉपिंग का बिजनेस शुरू कर सकते हैं।
- पहला तरीका यह है कि अगर आपके पास पहले से कोई जगह या दुकान और पार्किंग खाली पड़ी है। तो बैटरी स्मार्ट कंपनी आपके लिए उसे खाली जगह पर पूरा बैटरी शॉपिंग स्टेशन सेटअप करके देगी। इसके बदले में आपको कंपनी को पैसे देने होंगे।
- दूसरा तरीका यह है कि अगर आपके पास कोई जगह या पार्किंग खाली नहीं है तो आपको Battery Smart कंपनी से संपर्क करना होगा।
जिससे होगा यह की कंपनी आपके लिए सही जमीन / जगह ढूंढेंगी, फिर बिजनेस का सेटअप करेगी, और पूरे बिजनेस को चलने लायक बनाने के बाद, पूरे बिजनेस को आपके हवाले कर देगी। लेकिन इसमें थोड़ा ज्यादा खर्चा आएगा।
यानी बैटरी स्मार्ट कंपनी की सहायता से आप इन दोनों तरीके से बैटरी शॉपिंग बिजनेस की शुरुआत कर सकते हो।
बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस – लाइसेंस
- Business Registration
- GST Number
- जिस कंपनी के बैटरी के साथ बिजनेस करना है उसे कंपनी से एग्रीमेंट
बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस – जरूरी बातें
- बिजनेस को अच्छे से मैनेज करें हर किसी को सामान मिल सके।
- बैटरी रखने की जगह को बरसात के पानी से बचाए।
- वापस की हुई बैटरी की क्वालिटी / हालत को अच्छे से चेक करें।
- सेफ्टी के उचित साधनों को अपने पास रखे, क्योंकि बैटरी में शॉर्ट सर्किट के कारण कभी भी आग लग सकती है।
बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस – लागत
बैटरी शॉपिंग का बिजनेस शुरू करने के लिए आपको कम से कम 5 से 12 लाख रुपए की आवश्कता होती है।
बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस – कमाई
इस बिजनेस से आप महीने के ₹150000 – ₹200000 कमा सकते है।
बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस – Conclusion
बैटरी स्वॅपिंग एक भविष्य का बिजनेस है, क्योंकि समय के साथ-साथ पेट्रोल, डीजल इस दुनिया से खत्म हो जाएंगे और बिजली से चलने वाली गाड़ियां उनकी जगह ले लेंगी। और सरकार भी तरह-तरह की योजना, स्कीम, पॉलिसी आदि सब कुछ लेकर आ रहे हैं,
जिससे बिजली से चलने वाली गाड़ियों में बढ़ोतरी हो रही है। जिसमें से काफी मशहूर पॉलिसी है “ बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी “। जिसे हमने आपको इस लेख में भी बताया है।
बाकी अगर आपको और भी ऐसे Business Ideas के बारे में विस्तार से जानना है तो हमारे Telegram और WhatsApp ग्रुप को ज्वाइन करे।
बैटरी स्वैपिंग का बिजनेस – FAQ
Q. बैटरी स्वैपिंग स्टेशन को सेटअप करने में कितना खर्चा आएगा ?
Ans:- 3 से 5 लाख रुपए।
Q. इलेक्ट्रिक गाड़ियों के मामले में भारत में सबसे ज्यादा कौन सी बैटरी बिक्री होती है ?
Ans:- भारत में सबसे ज्यादा Exide नामी कंपनी की बैटरी बिक्री होती है। जो बिजली से चलने वाली गाड़ियों के लिए काफी अच्छी बैटरी बनती है। ये कंपनी सोलर, और इन्वर्टर बैटरी भी बनाती है।
Q. बैटरी स्वैपिंग के क्या फायदे हैं ?
Ans:- लोगों को बैटरी चार्ज करने के लिए ज्यादा समय तक रुकना नहीं पड़ता। दूसरा फायदा यह है कि एक ही बैटरी कई दूसरी गाड़ियों में भी लग सकती है।
Q. बैटरी स्वैपिंग पॉलिसी क्या है ?
Ans:- ये पॉलिसी 2 – 3 Wheeler की इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बैटरी स्वैपिंग अपनाने के लिए मदद करती है।
Disclaimer
यह लेख, बैटरी स्वैपिंग बिजनेस के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए लिखा गया है। हम आपको कोई बिजनेस शुरू करने की सलाह नहीं दे रहे है।
इस लेख में लागत और मुनाफा के जो नंबर है वो गलत भी हो सकते है. यदि आप किसी बिजनेस को शुरू करने में रुचि रखते हैं, तो आपको एक अनुभवी व्यवसाय सलाहकार से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।
धन्यवाद !!!